
एसपी की हिदायत ने उड़ाई थानेदारों की नींद, लंबित प्रकरणों के निराकरण को मिला चंद दिन
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पुलिस अधीक्षक ने दिया है निर्देश....
सिंगरौली. जिले में लंबित प्रकरणों की सूची काफी लंबी है। इसका निराकरण करने के लिए थानेदार परेशान हो रहे हैं। पिछले दिनों अपराध समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक ने मामलों का जल्द निराकरण करने का निर्देश दिया है। जानकारी के लिए बताते चलेंकि जिलेभर के थानों में दो सैकड़ा से अधिक प्रकरण लंबित पड़े हैं। इसमें कई गंभीर प्रकरणों का राज पुलिस नहीं खोल पाई है। जिससे पीडि़त पक्ष को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
ऐसी परिस्थितियों में पीडि़त पक्ष न्याय की आस में कई बार थानों का चक्कर लगाते रहते हैं लेकिन पुलिस उन्हें यह कहकर चलता कर देती है कि कल आओ देख लेंगे। जी, हां यह कोई एक थाने का मामला नहीं है, बल्कि जिलेभर के थानों में यह स्थिति बरकरार है। यही वजह है कि अपराध समीक्षा बैठक में लंबित अपराधों को ध्यान में रखते हुए एसपी ने बैठक में सख्त निर्देश दिया है। जल्द निराकरण नहीं होने पर थानेदार नपेंगे।
पुलिस अधिकारी एक दिन लेते हैं संज्ञान
बात करें लंबित अपराधों की तो इसकी मॉनिटरिंग समय-समय पर की जाती तो महीने में यह स्थिति नहीं बनती। पुलिस अधिकारियों के सुस्त कार्यप्रणाली का नतीजा यह है कि जिले के थानेदार भी सुस्त पड़ गए हैं। हैरानी की बात तो यह है कि अपराध समीक्षा बैठक में हिदायत सुनने के बाद थानेदार उसे भूल जाते हैं। ऐसे में लंबित अपराधों का निराकरण कहां तक संभव है, यह बात आम नागरिकों के समझ से परे है।
लंबित रह जाते हंै मामले
पुलिस अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि थानों में अपराध लंबित रह जाते हैं। फरियादी न्याय पाने के लिए टकटकी लगाए बैठे रहते हैं लेकिन अंतिम समय में भी निराशा उनके हाथ लगती है। यदि जिले के पुलिस अधिकारी सक्रिय रहें तो फरियादियों को समय पर न्याय मिलता। लापरवाही का यही रवैया रहा तो जनता पुलिस पर भरोसा कैसे कर सकती है। पुलिस की चौखट पर जनता को न्याय पाने की उम्मीद बनी रहती है।