
सड़क सुधारने सरकार ने दिए 20 लाख फिर भी जगह जगह गड्ढे
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- ठेकेदार ने खानापूर्ति कर निपटाया पैचवर्क
- जिम्मेदार अधिकारियों ने नहीं की मॉनीटरिंग
गुना/मृगवास . जनता को अच्छी क्वालिटी की सड़क उपलब्ध कराने के लिए सरकार सड़क निर्माण से लेकर पैचवर्क पर हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारियों के उदासीन रवैए से न सिर्फ पैसे का दुरुपयोग हो रहा है बल्कि जनता को भी इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
ताजा उदाहरण मप्र से राजस्थान को जोडऩे वाले सड़क मार्ग का सामने आया है। जिले के ग्राम उमरथाना में करीब एक किमी की सड़क बेहद क्षतिग्रस्त हालत में है। गौर करने वाली बात है कि इस सड़क की यह स्थिति तब है जब हाल ही में शासन ने इस मार्ग पर 11 किमी सड़क का पैचवर्क करने ेके लिए 20 लाख का बजट उपलब्ध कराया था।
लेकिन संबंधित ठेकेदार ने यह पैचवर्क खानापूर्ति कर निपटा दिया। यहां बता दें कि सड़क पैचवर्क कार्य की मॉनीटरिंग करने का जिम्मा पीडब्यूडी के अधिकारियों का था जिन्होंने अपने कर्तव्य का पालन ठीक से नहीं किया और ठेेकेदार अधूरा पैचवर्क कर सामान समेट ले गया।
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खास बात है कि पैचवर्क के समय ही स्थानीय ग्रामीणों ने ठेकेदार से गुणवत्तापूर्ण पैचवर्क करने के लिए कहा था लेकिन शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। नतीजतन ग्राम उमराथाना में एक किमी की क्षतिग्रस्त सड़क का पैचवर्क नहीं हुआ। ग्रामीणों ने इस मामले की लिखित शिकायत मुख्यमंत्री को भेजने की बात कही है।
यह बोले ग्रामीण
सरकार ने क्षतिग्रस्त सड़क को सुधारने 20 लाख रुपए दिए हैं। फिर भी ठेकेदार द्वारा घटिया पैचवर्क किया गया है। संबंधित विभाग के अधिकारियों ने भी पैचवर्क की मॉनीटरिंग नहीं की है।
- ममता भील, ग्रामीण
ग्राम उमरथाना पर एक किमी की सड़क में बहुत गड्ढे हैं। इस मार्ग का ठेकेदार ने पैचवर्क नहीं किया है। जिससे वाहनों में टूटफूट हो रही है। जगह जगह टोल वसूलने के बाद भी खराब सड़क मिलने से वाहन चालकों में गुस्सा है।
- तख्त सिंह भील, ग्रामीण
यह बोले जिम्मेदार...
शासन ने 11 किमी सड़क का पैचवर्क करने 20 लाख का टैंडर किया था। यह काम जिस ठेकेदार ने ठीक तरह से नहीं किया है, उससे हम बोलकर गड्ढे भरवा देंगे।
- अनिल शर्मा, सब इंजीनियर पीडब्ल्यूडी
जिस स्थान पर आप पैचवर्क ठीक से नहीं किया जाना बता रहे हैं, वहां हम फिर से पैचवर्क कर सड़क को सुधरवा देेंगे।
- सुगन माली, ठेकेदार