
स्टाफ कर रहा था लंच, उधर कक्षा-3 के बच्चे को लग गया करंट
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- घोसीपुरा शासकीय प्रावि में हुई दुर्घटना
- गंभीर हालत मेें जिला अस्पताल में भर्ती
- बाल दिवस कार्यक्रम के बाद हुई दुर्घटना
- खुला पड़ा तार पकडऩे से लगा करंट
- परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप
- करंट का शिकार बच्चे को बचाने में स्कूल स्टाफ ने दिखाया अदम्य साहस
- पड़ौसी युवाओं की तत्परता से तत्काल पहुंचाया अस्पताल
गुना. शहर के घोसीपुरा स्थित शासकीय बालक-बालिका प्राथमिक विद्यालय में पढऩे वाले एक बच्चे को गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे करंट लग गया। जिसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर के मुताबिक बच्चे की हालत खतरे से बाहर है तथा स्थिर बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक घटना गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे की है। शासकीय प्राथमिक विद्यालय में बाल दिवस के कार्यक्रम समाप्त होने के बाद लंच हुआ। जिसके बाद स्कूल स्टाफ लंच करने अपने कक्ष में चला गया तथा बच्चे भी अपनी क्लास में लंच करने चले गए।
इसी बीच कक्षा-3 में पढऩे वाला रोहित (8) पुत्र कमलेश रजक एक कमरे में चला गया। कमरे के अंदर एक तार खुला पड़ा था जिसे रोहित ने पकड़ लिया और उसे करंट लग गया। इसी दौरान वहां मौजूद अन्य बच्चे यह नजारा देख जोर जोर से चिल्लाने लगे 'मैडम रोहित को करंट लग गया' यह सुनते ही स्कूल की शिक्षिका सीमा शर्मा सबसे पहले आईं और अदम्य साहस का परिचय देते हुए सबसे पहले मेन स्विच से पूरे स्कूल की लाइट सप्लाई बंद की तथा बच्चे को करंट के तार से अलग कर कमरे से बाहर लाईं।
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यही नहीं बच्चे की हालत देख उसे प्राथमिक उपचार बतौर मुंह से ऑक्सीजन दी, जिसके बाद उसकी हालत में कुछ सुधार आया। घटना की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में आसपास के लोग एकत्रित हो गए थे लेकिन कोई भी बच्चे को उठाकर अस्पताल नहीं ले जा रहा था।
स्कूल स्टाफ ने सड़क से गुजर रही कई ऑटो वालों को रोका लेकिन एक भी रोहित को अस्पताल तक पहुंचाने नहीं रुका। यह स्थिति देख वहां मौजूद दो युवा आगे आए जिन्हें शिक्षिका सीमा शर्मा ने अपना वाहन उपलब्ध कराया, जिससे रोहित को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया।
यहां उसे पीआईसीयू वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। वहीं इस घटना को लेकर रोहित के परिजनों में स्कूल स्टाफ के प्रति आक्रोश है। परिजनों का आरोप है कि यह घटना स्कूल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हुई है। जिस कमरे में करंट के तार खुले पड़े थे उसमें ताला लगाना चाहिए था।
यह बोले जिम्मेदार
कक्षा 3 के छात्र रोहित रजक को करंट लगा है। जब स्टाफ लंच टाइम में लंच कर रहा था उसी दौरान बच्चा कमरे में चला गया और उसने वहां पड़ा तार पकड़ लिया, जिससे उससे करंट लग गया।
- परवीन बानो, प्रधानाध्यापक
शासकीय प्राथमिक विद्यालय घोसीपुरा